इस्लामाबाद: पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, पाकिस्तान से कृषि और कपड़ा क्षेत्रों के लिए तरजीही व्यवहार, कर छूट और अन्य सुरक्षा को तुरंत समाप्त करने को कहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया कि इसके बारे में IMF का कहना है कि इसने दशकों से देश की वृद्धि क्षमता को बाधित किया है।
समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, IMF ने पाकिस्तान की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था के पीछे के कारकों के निदान पर अपनी स्टाफ रिपोर्ट में इन दोनों क्षेत्रों को न केवल राष्ट्रीय राजस्व में पर्याप्त योगदान करने में विफल रहने के लिए दोषी ठहराया, बल्कि अकुशल और गैर-प्रतिस्पर्धी बने रहने के साथ-साथ सार्वजनिक धन के बड़े हिस्से का उपभोग करने के लिए भी दोषी ठहराया।
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